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Anantamool ya khair ki jad mein mangal grah ka vaas hota hai. yah 1008 mantra abhimantrit/ energised jad / buti mangal ke bure prabhav ko kam karake, usse sambandhit jo pareshaaniyaan aa rahi hoti hain unhe dur karati hai. Mangalvar ke din ganga jal se is abhimantrit energised jadi ko pavitar karen. phir jadi ko laal kapade mein lapet kar taabeej bana kar sayekaal apni dahini bhuja mein baandh lehn.
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मंगल ?ह क े ?लए १००८ मं?? अ?भमं??त/ enrgised खैरक? जड़/बूट? रा?श :- मेष एवं वृि?चक ,?वामी मंगल वै?दक ?यो?तष म? मंगल ?ह ऊजा?, भाई, भू?म, शि?त, साहस, परा?म, शौय? का कारक होता है। मंगल ?ह को मेष और वृि?चक रा?श का ?वा?म?व ?ा?त है। यह मकर रा?श म? उ?च होता है, जब?क कक ? इसक? नीच रा?श है। वह?ं न??? म? यह मृग?शरा, ?च?ा और ध?न?ठा न?? का ?वामी होता है कुं डल? म? मंगल क? ि?थ?त कमजोर हो तो ?यि?त को बेवजह ?कसी भी बात पर गु?सा आने लगता है और उसका ?वभाव ?चढ़?चढ़ा हो जाता है. पी?ड़त मंगल क? वजह से जातक ?कसी भी नए काम क? शु?आत नह?ं कर पाता है. हर काम म? असफल रहने का भय बना रहता है. कुं डल? म? मंगल कमजोर होने से ?यि?त ?यादातर समय थका हुआ महसूस करता है. उसका आ?म?व?वास कमजोर होता है. पी?ड़त मंगल क? वजह से ?यि?त को ?कसी दुघ?टना का सामना भी करना पड़ सकता है..इसक े
अलावा, जातक क े मंगल क े कमजोर होने से पा?रवा?रक जीवन म? भी कई चुनौ?तयां आती है. जातक को श?ुओं से पराजय, जमीन संबंधी ?ववाद, कज़? आ?द सम?याओं से गुजरना पड़ता है. कुं डल? म? मंगल पी?ड़त हो तो ?यि?त को र?त संबंधी रोग होने क? संभावना रहती है. ?ववाह म? देर? और ?कावट कुं डल? म? अशुभ मंगल क े सबसे हा?नकारक ?भाव? म? से एक है. अनंतमूल या खैरक? जड़ म? मंगल ?ह का वास होता है। यह १००८ मं?? अ?भमं??त/ enrgised जड़/बूट? मंगल क े बुरे ?भाव को कम करक े , उससे संबं?धत जो परेशा?नयां आ रह? होती ह? उ?ह? दूर करती है। मंगलवार क े ?दन गंगा जल से इस अ?भमं??त energised जड़ी को प?व? कर?। “ॐ ?ां ??ं ?? सह भोमाय नमः” मं? का जाप कर?। ?फर जड़ी को लाल कपड़े म? लपेट कर ताबीज बना कर सायंकाल अपनी दा?हनी भुजा म? बाँध ल?। Aur Jaanne Ke liye: https://swatiastroresearchcentre.com/mangal-graha-ke-liye-kherki-20